November 3, 2024

हिंदी कविता

एकता की भावना-हिंदी कविता क्षेत्रीयता की बड़ी आग में,राष्ट्रीय भावना बनी रहे।देश एक है, राष्ट्र एक हैधुन...
मंदी-प्रभाव -हिंदी कविता महगाई की बड़ी आग में ,मंदी ने भी ली अंगड़ाई |टूटे सपने घटती आय,...
चिहुँकती चिट्ठी | बर्फ़ का कोहरिया साड़ीठंड का देह ढंकलहरा रही है लहरों-सीस्मृतियों के डार पर| हिमालय...
मूर्तिकारिन | राजमंदिरों के महात्माओंमौन मूर्तिकार की स्त्री हूँ समय की छेनी-हथौड़ी सेस्वयं को गढ़ रही हूँ...
ईर्ष्या की खेती| मिट्टी के मिठास को सोखजिद के ज़मीन परउगी हैइच्छाओं के ईख| खेत मेंचुपचाप चेफा...
निंदा की नज़रतेज हैइच्छा के विरुद्ध भिनभिना रही हैंबाज़ार की मक्खियाँ| अभिमान की आवाज़ हैएक दिन स्पर्द्धा...
नया सवेरा – हिंदी कविता / Hindi Poem काली बादलों से घिरी धरती फिर मुस्कुराएगीदोस्तों की खिलखिलाहट...