June 2021

लड़का हू कमाना है-हिंदी कविता

लड़का हू कमाना है

लड़का हू कमाना है छोड़ चला घर का प्यार, निकल पड़ा नंगे पाँवन कोई ठौर न ठिकाना है, बस आगे बढ़ते जाना हैमन में इरादा है, कुछ कर के दिखाना हैलड़का हू कमाना है। माँ का प्यार दिल में लिए, ना सोचे ना समझेथैला लेकर निकल पड़ा, शहर की ओर चल पड़ाना दोस्त ना कोई …

लड़का हू कमाना है Read More »

कमाने लगा-हिंदी कविता Hindi poem

कमाने लगा

कमाने लगा- हिंदी कविता / Hindi Poem अच्छा हुआ कमाने लगा,रिश्तेदार, दोस्त का खबर भी आने लगा।रुख हवा का ऐसा बदला,बेरोजगार से रोजगार हो गया।अच्छा हुआ कमाने लगा। पराया भी अपना कहने लगे,देश क्या विदेशो से भी फ़ोन आने लगे।गर्लफ्रेंड के पिता जी अदब से पेश आने लगे,बेटा कहकर बुलाने लगे।अच्छा हुआ कमाने लगा। घर-घर मेरी …

कमाने लगा Read More »

भारतीय रेल

भारतीय रेल

भारतीय रेल- हिंदी कविता हरी झंडी देख दौड़ लगाती,लाल देख रुक जाती हूछुक – छुक करते आती हू,मंजिल तक पहुँचाती हू। कभी चलती, कभी रूकती,रंग – बिरंगे तस्वीर दिखाती हूझरना, पहाड़, हरियाली खेतो से गुजरती हू,सफर का आनंद दिलाती हू, आगे बढ़ते जाती हू। हिन्दू , मुस्लिम, सिख, ईसाई सबको साथ बैठाती हू,कभी मंदिर, कभी मस्जिद, …

भारतीय रेल Read More »